Miscellaneous, Urine & Kidney Diseases

पानी अधिक पीने से नुकसान

बहुत से लोग यह मानते हैं कि सुबह उठकर बहुत सारा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। यह एक भ्रामक विश्वास है। पानी उतना ही पीना चाहिए जितनी हमारे शरीर को आवश्यकता है। सामान्यतः एक औसत व्यक्ति को 24 घंटे में डेढ़ लीटर पानी की आवश्यकता होती है। गर्मी के दिनों में पसीना अधिक आने पर दो या ढाई लीटर पानी पीना चाहिए। यदि किसी को दस्त या उल्टी हो जाएं तो जितना पानी उसमें निकलता है उतना पानी (एवं नमक चीनी या इलेक्ट्रॉल) पीने की आवश्यकता होती है। यदि इतना पानी पहुंचता रहे तो गुर्दे शरीर में बनने वाले टॉक्सिक वेस्ट को पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकालने में सक्षम होते हैं।
यदि हम बहुत अधिक पानी पीते हैं तो उससे कुछ नुकसान संभव हैं। अधिक पानी पीने से अधिक पेशाब होती है जिससे शरीर के अंदर सोडियम की कमी हो सकती है। जो लोग हृदय रोग, लिवर सिरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर या गुर्दा रोग के कारण नमक कम खा रहे होते हैं उन में इस बात की संभावना अधिक होती है। सोडियम कम होने से दिमाग की सोचने की क्षमता और याददाश्त कम होने लगती है। सोडियम और अधिक कम होने पर व्यक्ति बेहोश हो सकता है एवं उसके दिमाग को स्थाई नुकसान पहुंच सकता है। जिन लोगों को हृदय रोग, लिवर की बीमारी या गुर्दे की बीमारी है वे यदि अधिक पानी पीते हैं तो उन्हें शरीर में सूजन आ सकती है और फेफड़ों में पानी इकठ्ठा होने से सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। शरीर व फेफड़ों में बहुत अधिक पानी इकठ्ठा हो जाने पर हार्ट फेल्यर जैसी स्थिति भी आ सकती है।

बहुत अधिक पानी पीने से शरीर के अलावा पर्यावरण को भी नुकसान होता है। बहुत अधिक पानी पीने वाले बार-बार पेशाब जाते हैं और हर बार फ़्लश करने में 10 – 15 लीटर पानी वेस्ट करते हैं। आज सारी दुनिया ग्राउंड वाटर की कमी और सीवर सिस्टम के ओवरलोड से परेशान है। अधिक पानी पीना इन दोनों समस्याओं को बढ़ाता है।

मेडिकल साइंस अधिक पानी पीने का सुझाव उन लोगों को देती है जिनको गुर्दे में बार-बार पथरी बनती है। ऐसे लोग यदि अधिक पानी पीते हैं तो उनकी पथरी निकलने की संभावना बढ़ जाती है एवं नई पथरी बनने की संभावना कम हो जाती है। उनके लिए अधिक पानी पीना लाभप्रद है। कुछ लोग इसलिए बहुत पानी पीते हैं कि उनका मुंह बहुत सूखता है। अधिकतर लोगों में आयु बढ़ने के साथ मुंह में लार बनना कम होती जाती है, इसलिए मुंह सूखने की परेशानी होती है। कुछ दवाएं भी लार बनने को कम करती हैं। जिन लोगों को अधिक मुंह सूखने की परेशानी है उन्हें चाहिए कि अपने डॉक्टर से बात करके ऐसी दवाएं लिखवा लें जिनसे मुंह कम सूखता हो और मुंह में मिश्री, सौंफ या इलायची जैसी कोई चीज डाल कर रखें जिससे लार बनती रहे और मुँह सूखने की परेशानी न हो।

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