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रीनल कॉर्टिकल सिस्ट (Renal Cortical Cysts, गुर्दे की सतह पर पुटिकाएं)

Renal Cortical Cysts गुर्दे के बाहरी हिस्से (कॉर्टेक्स) में बनने वाली छोटी गुब्बारानुमा संरचनाएं हैं, जिनमें पानी जैसा तरल पदार्थ भरा होता है। यह आमतौर पर हानिरहित होती हैं लेकिन कुछ मामलों में इनका प्रभाव गुर्दे के कार्य पर पड़ सकता है (विशेषकर यदि सिस्ट बहुत बड़ी हो जाएँ)। आयु बढ़ने के साथ अधिक तरल पदार्थ इकठ्ठा होने से ये धीरे धीरे आकार में बढती हैं।

कारण : सामान्य लोगों में इनके बनने का कोई विशेष कारण नहीं होता. ये अपने आप पैदा होती हैं। बढ़ती उम्र के साथ सिस्ट बनना सामान्य बात है। एक आनुवंशिक बीमारी पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज में दोनों गुर्दों में बहुत सारी सिस्ट बन सकती हैं जोकि गुर्दों को नुकसान पहुँचाती हैं।

लक्षण : आमतौर पर इनसे कोई लक्षण पैदा नहीं होता. यदि सिस्ट बहुत बड़ी हो जाएँ तो हल्का दर्द (खासकर पीठ या पेट के पास) हो सकता है। कभी-कभी पेशाब में खून आ सकता है। यदि सिस्ट बड़ी हो जाएं एवं उनमें इन्फेक्शन हो जाए तो बुखार और दर्द हो सकता है।

डायग्नोसिस : अल्ट्रासाउंड द्वारा ये आसानी से डायग्नोज़ की जा सकती हैं। अधिक जटिल मामलों में विस्तृत जानकारी के लिए सीटी स्कैन या एमआरआई का प्रयोग किया जाता है। गुर्दे को कोई नुकसान तो नहीं हुआ है यह जानने के लिए पेशाब और खून की जांच की जाती हैं।

उपचार : आमतौर पर सिस्ट से कोई हानि नहीं होती इसलिए किसी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। सिस्ट की प्रोग्रेस देखने के लिए साल में एक बार अल्ट्रासाउंड करा के देखते रहना चाहिए। यदि सिस्ट में इन्फेक्शन हो जाए तो एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएं देनी होती हैं। यदि सिस्ट बड़ी हैं या अन्य समस्याएं पैदा कर रही हैं, तो सर्जरी या ड्रेनेज प्रक्रिया की जा सकती है।

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