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कोविड का JN1 वैरिएंट

कोविड का नया वेरिएंट JN1 आजकल चर्चा में है. भारत के कई भागों, यूरोप, अमेरिका और सिंगापुर में इसके बहुत से केस मिले हैं. संभावना यह है कि यह अब तक लगभग सभी देशों में फैल चुका है. क्या है यह JN1 वेरिएंट और कितना महत्वपूर्ण है.

हम सभी जानते हैं कि कोविड वायरस लगातार जेनेटिक म्यूटेशन द्वारा अपना स्वरूप बदलता रहता है.
कोविड की तीसरी लहर ओमिक्रोन वेरिएंट (omicron variant) के कारण हुई थी उसके बाद से omicron वायरस ने कई बार अपना रूप बदला . अभी कुछ समय पहले तक इसके BA.2.86 वेरिएंट का प्रसार हो रहा था. उसी में थोड़ा सा बदलाव होकर अब यह JN1 वेरिएंट सामने आया है. इसके बारे में यह माना जा रहा है कि यह इस समय मौजूद अन्य वेरिएंट के मुकाबले अधिक तेजी से फैलता है. इसके अब तक के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुसार यह मूल कोविड वायरस के समान खतरनाक नहीं है अर्थात इस के इन्फेक्शन में अस्पताल में एडमिट होने की संभावना कम है और मृत्यु दर भी कम है. आंकड़ों के अनुसार इस समय अमेरिका में कुल कोविड केसेस में से 15 से 29% इस जे एन 1 वेरिएंट के कारण से हैं. आने वाले 1 महीने में इसके तेजी से फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
लक्षण :  JN1 वेरिएंट के लक्षण भी अन्य कोविड वायरस के समान ही हैं, इनमें प्रमुख है खांसी, गला खराब होना, जुकाम, थकान होना, सर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और सूँघने की शक्ति कम होना.

इसके लिए क्या सावधानियां रखना आवश्यक है : जिन लोगों में कोविड होने पर कॉम्प्लिकेशंस की संभावना अधिक है (अधिक आयु के लोग, डायबिटीज के मरीज, सांस के रोगी, हृदय रोगी या अन्य ऐसे रोगी जिन में  किसी कारण से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है उन लोगों को नई वैक्सीन (updated vaccine) लगवा लेना चाहिए. सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करना चाहिए. घर में किसी व्यक्ति को जुकाम खांसी बुखार इत्यादि हो तो उस व्यक्ति को एवं घर के सभी सदस्यों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए एवं रोगी से दूरी बना कर रखना चाहिए. इस प्रकार के रोगियों को कोविड टेस्ट कर लेना चाहिए और यदि टेस्ट पॉजिटिव आता है तो उन्हें कम से कम एक सप्ताह के लिए अपने आप को क्वॉरेंटाइन कर लेना चाहिए. सैनिटाइजर का प्रयोग करने एवं हाथ धोने से भी वायरस के फैलने की संभावना कम हो जाती है. इस प्रकार की सावधानियां रखने से केवल कोविड ही नहीं, अन्य इनफेक्शन फैलने की संभावना भी काम हो जाती है.
उपचार : ऐसा माना जा रहा है कि JN1 वेरिएंट के लिए भी वही दवाएं कारगर होंगी जो अन्य कोविड वायरस में काम करती हैं. इनमें से मुख्य हैं Inj. Remdesivir Tab. Paxlovid Tab. Molnupiravir. इसके अतिरिक्त इन्फेक्शन की तीव्रता (severity) के अनुसार अन्य दवाएँ, ऑक्सीजन एवं सपोर्टिव ट्रीटमेंट देते हैं.
डॉ. शरद अग्रवाल एम डी

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