प्रश्न : डॉक्टर ने हमको ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवाएं खाने को बोला है. कहीं हम इनके आदी तो नहीं हो जायगें.
उत्तर : यह एक बिलकुल बचकाना और मूर्खता पूर्ण विचार है. यदि कोई माँ किसी बच्चे को इस लिए दूध न पिलाए कि वह उसका आदी न हो जाए तो आप क्या कहेंगें? यदि कोई व्यक्ति जाड़ों में इसलिए गरम कपडे न पहने कि कहीं वह इनका आदी न हो जाए तो आप क्या कहेंगें. एक समय था जब लोग छोटे बच्चों को चश्मा लगाने को मना करते थे कि कहीं वे इसके आदी न हो जाएं. लेकिन अब सब समझते हैं कि यदि आँख कमजोर है तो चश्मा लगाना कितना जरूरी है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए जो भी आवश्यक हो वो हमें करना चाहिए. हमारे शरीर की कार्य प्रणाली में कुछ कमियाँ आने से ब्लड प्रेशर व डायबिटीज की बीमारियाँ होतीं हैं. इनको किसी दवा से खत्म नहीं किया जा सकता. दवाओं और परहेज से इनको केवल कंट्रोल किया जा सकता है. ये बीमारियाँ कंट्रोल हो जाएं तो कोई नुकसान नहीं करतीं वरना यह हृदय, मस्तिष्क, गुर्दों, आँखों व रक्त की नाड़ियों को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं. यदि थोड़ी सी दवा खाने से हम इन खतरों से बच सकते हैं तो हमें ख़ुशी ख़ुशी दवाएं खानी चाहिए.
आज कल का जीवन बहुत व्यस्त और संघर्ष पूर्ण है. हम शारीरिक या मानसिक रूप से ज़रा भी कमजोर होते हैं तो जीवन की इस दौड़ से हमारे बाहर होने का ख़तरा होता है. जो समझदार लोग हैं वे कोई बीमारी होने पर जो भी उपलब्ध इलाज है उन्हें ख़ुशी ख़ुशी अपनाते हैं और फिट रहते हैं. नासमझ लोग रोते ही रहते हैं कि हाय हमें बीमारी क्यों हो गई, हाय हम दवा के आदी न हो जाएं और जीवन के संघर्ष में पिछड़ जाते हैं.
प्रश्न : इन दवाओं से कोई नुकसान या साइड इफैक्ट तो नहीं होते?
उत्तर : जहां तक नुकसान का प्रश्न है तो यह आपको जान लेना चाहिए कि हवा, पानी, धूप व भोजन में भी साइड इफैक्ट होते हैं. आप इन में से किसका प्रयोग बंद कर सकते हैं? यदि किसी चीज से हमें निन्यानवे लाभ हैं व एक हानि है तो हमें निन्यानवे लाभ देखने चाहिए. जो दवा हमें स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है उसके साइड इफैक्ट के बारे में सोंचना ही नहीं चाहिए. मन में दुखी मत होइए कि हाय हमें दवा खानी पड़ रही है, हाय हमें नुकसान हो जायगा, हाय हमारी जिन्दगी खराब हो गयी. यह सोचिए कि यह दवा कितनी अच्छी है जो हमें बहुत सी खतरनाक बीमारियों से बचा रही रही है अगर यह दवा न होती तो हमारा क्या होता. अधिकतर लोग दवा के बारे में इस प्रकार के गलत विचार रखते हैं जबकि उससे केवल लाभ ही लाभ है. जो नशे हम रोज करते हैं (जैसे चाय, सिगरेट, पान मसाला, तम्बाकू आदि) उनके विषय में कोई नहीं सोचता कि हाय हम नशा कर रहे हैं, हाय हम इसके आदी हो गए हैं. जबकि उनसे केवल हानि है. जो नमक, चीनी, घी, तेल व मसाले हम रोज खाते हैं उन के बारे में हम कभी नहीं सोचते कि हम इनके आदी क्यों हैं. जबकि इनसे भी हमें केवल नुकसान ही है.
प्रश्न : क्या हमें खाने का परहेज हमेशा करना पडेगा? क्या हम कभी कुछ नहीं खा सकते?
उत्तर : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जो भी आवश्यक चीजें हैं जैसे रोटी, दाल, सब्जी, फल, दूध, अंडे, आदि वे आम तौर पर मना नहीं होती हैं. आम तौर पर नशे की चीजें जैसे चाय, बीडी, सिगरेट, तम्बाकू, शराब, कोल्ड ड्रिंक या बाजार में बिकने गंदे खाद्य पदार्थ ही मना होते हैं. मान लीजिए कि खाने की सौ चीजों में से यदि आपको नुकसान पहुंचाने वाली दस चीजें मना हैं तो उनके लिए क्यों परेशान होते हैं. जो फायदा करने वाली नब्बे चीजें आप खा सकते हैं उन से प्रसन्न होइए, नुकसान करने वाली दस चीजों के लिए दुखी मत होइए.